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Kya Hai parrot fever?: क्या है पैरेट फीवर, दुनियाभर में फैली बीमारी, जानें लक्षण और बचाव
Increase in parrot fever cases: कोरोना के बाद पूरी दुनिया में पैरेट फीवर फैल गया है. डब्ल्यू एच ओ के अनुसार यह रोग घर में संक्रमित पालतू पक्षियों के कारण फैलती है। जानें कितना खतरनाक है ये रोग.
यूरोप में पैरेट फीवर के द्वारा हो रही मौतों ने पूरी दुनिया में चिंता पैदा कर दी है। अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. और मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. डब्ल्यू एच ओ ने सतर्क रहने को कहा है. पैरेट फीवर को सिटाकोसिस भी कहा जाता है। यूरोपीय देशों में लोग इस बीमारी से काफी प्रभावित हैं। यह बीमारी यूरोप में 2023 से फैलनी आरंभ हुई थी। इस बीमारी से अब तक पांच लोगों की मृत्यु हो चुकी है, यह सुचना WHO ने दी है।
पिछले साल (2023) में जर्मनी में पैरेट फीवर के 14 और ऑस्ट्रिया में 14 केस मिले थे. ऑस्ट्रिया में इस साल चार केस मिले. इस साल फरवरी तक डेनमार्क में 23 केस मिल चुके हैं. और नीदरलैंड में भी 21 केस मिले हैं.
क्या है पैरेट फीवर? (What is parrot fever in Hindi)
पैरेट फीवर एक संक्रामक रोग है जो क्लैमाइडिया बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है। यह जीवाणु तोते सहित कई पक्षियों को संक्रमित करता है और पक्षियों के माध्यम से मनुष्यों को संक्रमित करता है। और इस बीमारी का असर प्रभावित पक्षियों पर दिखाई ही नहीं देता है।
अमेरिकी स्वास्थ्य संगठन सेंटर (डब्ल्यू एच ओ) के अनुसार, यह संक्रमण तब फैलता है जब कोई व्यक्ति किसी संक्रमित पक्षी या उसके मल के संपर्क में आता है। और तब भी फैल सकता है जब मनुष्य उन क्षेत्रों में हों जहां संक्रमित पक्षी सांस छोड़ते हैं। लेकिन, यह बीमारी संक्रमित पक्षियों को खाने से नहीं फैलती है।
पैरेट फीवर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। हालाँकि, ऐसे केस दुर्लभ हैं. WHO के अनुसार, पैरेट फीवर के ज्यादात्तर केस घर के अंदर रखे गए संक्रमित पक्षियों से आते हैं।
किसे हैं अधिक खतरा
यह एक ज़ूनोटिक रोग है, यानी कि यह शुरुआत में पक्षियों में फैलती है और इंसानों को भी संक्रमित कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह रोग पक्षियों के पंखों से फैल सकती है। इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता हैं. इस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा पक्षी व्यापारियों, पक्षी प्रजनकों और इसके अलावा पोल्ट्री कर्मचारी और पशु प्रेमी को हैं.
पैरेट फीवर के लक्षण? (symptoms of parrot fever)
पैरेट फीवर के लक्षण संक्रमण के अगले 5 से 14 दिनों में दिखाई देने लगते हैं। इस बीमारी के लक्षणों में सिरदर्द, सूखी खांसी, बुखार और आवाज बैठना शामिल हैं। इस बीमारी का इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है। इस बीमारी से मृत्यु दर दुर्लभ है।
पैरेट फीवर से कैसे बचें? (Parrot fever prevention)
WHO ने उन देशों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं जहां इस बीमारी के ज्यादा केस पाए गए हैं। जो लोग पक्षी पालते हैं उन्हें निर्देश दिए गये है कि वे अपने पक्षियों पिंजरों को साफ और पालतू जानवरों को भीड़-भाड़ वाले स्थनों पर ले जाने से बचें।
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