Shikakai Kya Hai Fayde Or Nuksan: शिकाकाई क्या है इसके उपयोग, फायदे और नुकसान

शिकाकाई क्या है इसके उपयोग, फायदे और नुकसान

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Shikakai Kya hai Fayde or nuksan: शिकाकाई क्या है इसके उपयोग, फायदे और नुकसान

आमतौर पर शिकाकाई (acacia concinna) जैसी जड़ी बूटी का उपयोग बाल और त्वचा के इस्तेमाल के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। क्योंकि दादी-नानी के जमाने से बालों को रेशम जैसा काला घना बनाने के लिए शिकाकाई का इस्तेमाल किया जाता रहा है। वैसे तो शिकाकाई मार्केट में कई रुपों में पाया जाता है, जैसे- शिकाकाई साबुन, शिकाकाई आयल, शिकाकाई शैम्पू, शिकाकाई पाउडर। यहां तक कि शिकाकाई का प्रयोग कपड़े धोने के लिए भी किया जाता है। चलिये शिकाकाई के फायदे के बारे में जानते हैं।

शिकाकाई क्या है? (Shikakai Kya hai)

आयुर्वेद में कहा गया है कि शिकाकाई एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो न केवल बाल और त्वचा के लिए फायदेमंद है बल्कि और भी कई रोगों के लिए औषधि के रूप में भी इस्तेमाल भी किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार शिकाकाई का पेड़ कड़वा, ठंडा प्रकृति वाला, कफ और पित्त को कम करने वाला, वात को हरने वाला, हृदय के लिए लाभदायक और भूख को बढ़ाने वाला होता है।

Shikakai Kya hai Fayde or nuksan: शिकाकाई क्या है इसके उपयोग, फायदे और नुकसान
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इसके साथ शिकाकाई ब्लड डिसॉर्डर, कुष्ठ रोग, पेट संबंधी समस्या, हृदय रोग, पाइल्स या अर्श, कृमि और आम दोष के लिए औषधि के रूप में काम करती है। शिकाकाई का पत्ता मल को निकालने वाला और कृमि को बढ़ाने वाला होता है। साथ शिकाकाई का फल कुष्ठ रोग, किडनी की बीमारी, रक्ताअर्श यानि ब्लड पाइल्स और कण्डु या खुजली के लिए भी फायदेमंद होता है। आप ये सुनकर आश्चर्य में पड़ जायेंगे कि सुश्रुतसंहिता तथा योगरत्नाकर में कहा गया है कि इसके फलों का प्रयोग सांप के काटने पर उपचार में किया जाता है।

शिकाकाई शीघ्र बढ़ने वाला, छोटे-छोटे कांटों से भरा तना होता है। इसकी फली मांसल, पट्टी के आकार की, सीधी, 7.5-10 सेमी लम्बी तथा 1.8 सेमी चौड़ी होती है। कच्ची अवस्था में यह हरी तथा सूखे अवस्था में झुर्रीदार होती है। बीज संख्या में 6-10 होते हैं।

शिकाकाई के फायदे (Shikakai Ke Benefits)

शिकाकाई एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन डी से भरपूर होती है। शिकाकाई आयल बाल और त्वचा के लिए जितना फायदेमंद है उतना ही सेहत के लिए भी लाभकारी होता है। इसके सेवन से कई तरह के रोगों से निजात पाने में मदद मिलती है। शिकाकाई के फायदे के बारे में विस्तार से जानें:-

Shikakai Kya hai Fayde or nuksan: शिकाकाई क्या है इसके उपयोग, फायदे और नुकसान
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बालों के लिए फायदेमंद है शिकाकाई (Benefits of Shikakai for Hair in Hindi)

अक्सर प्रदूषण के कारण बाल अपनी रौनक खो देते हैं। उसके लिए शिकाकाई की फलियों का काढ़ा बनाकर, इस काढ़े से बालों को धोने से केश की वृद्धि होती है। बाजार में शिकाकाई शैम्पू भी मिलती है जो बालों के लिए फायदेमंद होती है।

डैंड्रफ का इलाज करने के लिए शिकाकाई का उपयोग (Use of Shikakai to Treat Dandruff)
सिर में रूसी (डैंड्रफ) होने का कारण वात और कफ दोष का प्रकुपित होना है जिसके कारण सिर की त्वचा अधिक तैलीय या फिर ज्यादा रूखी हो जाती है। शिकाकाई तैलीय त्वचा से होने वाली रुसी लाभदायक होता है, क्योंकि उसमें कफ को कम करने का गुण होता है। इसकी फली के क्वाथ से बालों को धोने से रूसी से छुटकारा मिल जाता है।

शिकाकाई बनाये बालों को साफ और मजबूत (Shikakai Beneficial for Strong Hair)

बालो को साफ़ और मजबूत बनाने के लिए शिकाकाई एक अचूक साधन है। शिकाकाई बालों और सिर की अच्छी प्रकार से सफाई कर उनको जड़ों से मजबूती प्रदान करता है इसमें शोधन का गुण पाया जाता है।

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Shikakai Ke Kya Fayde hai

चमकदार बालों के लिए शिकाकाई का उपयोग (Uses of Shikakai for shiny hair)

शिकाकाई अपने कषाय गुण के कारण बालों की चमक को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके प्रयोग से बालों से गन्दगी और पसीने को दूर करने में सहयोग मिलता है और इस कारण बालों की चमक बढ़ती है।

बालों को झड़ने से रोके शिकाकाई (Shikakai prevent hair fall)

शिकाकाई के नियमित प्रयोग से बालो के झड़ने को रोका जा सकता है बालों का झड़ना या टूटना कभी-कभी पित्त दोष की वृद्धि के कारण देखा गया है और शिकाकाई में मौजूद शीत गुण के कारण यह बालों को झड़ने से रोकता है और अपने कषाय गुण के कारण बालों की जड़ों को भी मजबूत करता है.

घावों को ठीक करने के लिए शिकाकाई का प्रयोग (Use of Shikakai to heal wounds)

शिकाकाई के रोपण यानि हीलिंग गुण के कारण यह घाव को जल्दी भरने में सहायता करता है| घाव के स्थान पर यदि किसी प्रकार का सूजन या जलन हो तो यह उस जगह अपने शीत गुण से ठंडक प्रदान कर उसे ठीक करने में भी सहायता करता है |

कफ या खांसी में शिकाकाई के फायदे (Shikakai Benefits in Cough)

अक्सर मौसम के बदलने के कारण कफ और खाँसी होना आम बात होता है। शिकाकाई के फायदे लेकर खाँसी से राहत पा सकते हैं। शिकाकाई की फलियों का काढ़ा बनाकर 15-30ml काढ़े का उपयोग करने से श्वास तथा कास में लाभ होता है।

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सूखी खांसी के इलाज के लिए शिकाकाई का उपयोग (Use of Shikakai to treat dry cough)

सूखी खाँसी होने पर खाँस-खाँसकर हालत खराब होती है। तो शिकाकाई की फलियों का सेवन करने से सूखी खाँसी से जल्दी आराम मिलता है। इसके लिए शिकाकाई पाउडर लें तथा 1-2 ग्राम शिकाकाई पाउडर का उपयोग डॉक्टर के निर्देशानुसार करें।

पेट फूलने से राहत पाने के लिए शिकाकाई का उपयोग (Use of Shikakai to get relief from flatulence)

अक्सर ठीक समय पर नहीं खाने से या मसालेदार खाने से पेट में गैस हो जाता है जिससे पेट फूलने जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इससे आराम के लिए शिकाकाई के पत्तें पीसकर गुनगुना करने के बाद पेट पर लगाने से पेट का गैस निकल जाता है और लाभ मिलता है।

पीलिया रोग में फायदेमंद शिकाकाई (Shikakai Benefits in Jaundice)

पीलिया होने पर उल्टी और बुखार होना आम बात होती है। शिकाकाई का सेवन करने से पीलिया और बुखार दोनों में आराम पहुँचता है। शिकाकाई फलियों का काढ़ा बनाकर 20-30 काढ़े का उपयोग कराने से उल्टी होना कम होता है इसके साथ ही बुखार और पीलिया जैसे रोग से आराम मिलता है।

यकृतप्लीहा बीमारी से दिलाये राहत शिकाकाई (Benefits of Shikakai in hepatic spleen disease)

यकृतप्लीहा की बीमारी से लीवर सबसे अधिक प्रभावित होता है। ये रोग बेहद ही दुर्लभ है। इस रोग में शिकाकाई के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं। शिकाकाई के कोमल पत्तों का काढ़ा बनाएं और 10-30ml मात्रा में सेवन करने से यकृत्प्लीहा में लाभ होता है।

त्वचा रोग के लिए शिकाकाई का उपयोग (Use of Shikakai for skin diseases)

शिकाकाई जिस तरह से बालों के लिए लाभकारी है उसी तरह ये त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए काम करती है। शिकाकाई के फल को पीसकर त्वचा पर लगाने से लाभ मिलता है.

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