अधिक विचारशीलता: कई लोग अधिक विचारशील होते हैं और चिंता में रहते हैं। यह उनके दिमाग को अत्यधिक काम पर बढ़ने के कारण थका देता है और वे सही निर्णय नहीं ले पाते।
नियमित ध्यान और योग: ध्यान और योग दिमाग को शांति और साकारात्मकता की ओर ले जाते हैं। लेकिन कई लोग इन प्रैक्टिसेस को नियमित रूप से नहीं करते, जिससे उनके मस्तिष्क को यह लाभ नहीं मिलता है।
नियमित अध्ययन: अध्ययन करने के दौरान भी हमें नियमित छुट्टी और विश्राम की आवश्यकता होती है। अधिक अध्ययन करने से मस्तिष्क थक सकता है और समझ में कमी हो सकती है।