राम मंदिर अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने वाला है. लेकिन उससे पहले चारों शंकराचार्यों ने इस कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया है.
वजह है मंदिर का अधूरा होना। सभी शंकराचार्यों का कहना है कि निर्माणाधीन या अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा नहीं होती। इस बारे में जो सबसे ज्यादा मुखर नजर आते हैं वो हैं शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद.
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का तो यहां तक कहना है कि मंदिर के वास्तु के अनुसार बिना झंडे वाले मंदिर में आसुरी शक्तियां मौजूद हो जाती हैं।
झंडा हमेशा शिखर पर लगाया जाता है. अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का शिखर अभी तैयार नहीं हुआ है और इसलिए इस पर झंडा नहीं फहराया जायेगा.