जिन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद पुजारी के पद पर नियुक्त किया जाएगा.
इस पैनल में वृन्दावन के प्रसिद्ध हिंदू उपदेशक जयकांत मिश्रा और अयोध्या के दो महंत मिथिलेश नंदनी शरण और सत्यनारायण दास शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों को 6 महीने की ट्रेनिंग देने के बाद पुजारी के पद पर नियुक्त किया जाएगा और उन्हें मंदिर के अंदर अलग-अलग पदों पर तैनात किया जाएगा.
पुजारी पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से इंटरव्यू के दौरान पूछा जा रहा है कि संध्या वंदन क्या है और इसकी विधि क्या है. साथ ही पूजा के मंत्र भी मांगे जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि 20 अभ्यर्थियों को 6 महीने तक अयोध्या के कारसेवक पुरम में ट्रेनिंग दी जाएगी. उन्हें जो पाठ्यक्रम दिया जाएगा, वह संतों द्वारा तैयार किया जाएगा।