हर किसी का सोने का ढंग अलग-अलग होता है, कोई बिल्कुल सीधे सोता है तो कोई करवट लेकर सोता है. वहीं कुछ लोग लंबे समय (Bad Sleeping Position) तक इधर-उधर पोजीशन बदलते रहते हैं.
आज हम जानेगें सोने के उस तरीके के बारे में बता रहे हैं, जिसके (Sleeping Position) कारण हम गंभीर बीमारियों की चपेट में (Sleeping On Stomach Position) आ सकते हैं.
पेट के बल सोने के नुकसान हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेट के बल सोने से सांस लेने के सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है और इससे चेस्ट और लंग्स दोनों पर एक्स्ट्रा प्रेशर आता है.
इसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. सोने की इस बुरी आदत की वजह से पेट से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती है. इतना ही नहीं इससे गर्दन और बैक में पेन होने की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
इस तरह सोना है सही यह जानें, कि करवट लेकर सोना ज्यादा अच्छा माना जाता है और अधिकत्तर लोग इसी तरह सोते हैं. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रख्यात स्लीप रिसर्चर विलियम डिमेंट ने नींद पर की गई रिसर्च में ये पाया
कि लगभग 54% लोग करवट लेकर सोना पसंद करते हैं और उन्होंने इस रिसर्च के लिए 664 लोगों पर अध्ययन भी किया था, जिसमें 54% ने करवट लेकर, 33% पीठ के बल और 7% सीधे लेटकर सोते हुए नजर आए.
इसके अलावा सोने का ये तरीका भी है बेस्ट हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक फेटल पोजीशन को भी सोने की सही स्थिति मानी जाती है. जानकारी के लिए बता दें, कि फेटल पोजिशन यानी भ्रूण जैसी स्थिति, जिसमें शरीर और पैर एक ही तरफ मुड़े होते हैं.
इससे पैरों और कमर दोनों को आराम मिलता है. इसलिए अच्छी नींद के लिए इस पोजीशन में सोना बेहतर माना जाता है. ये पोजीशन और करवट लेकर सोना लगभग एक जैसा ही माना जाता है.